मंगलवार को कलेक्टर मनीष सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के सर्वे और आरआरटी टीम की हाजिरी ली,स्टाफ की समस्याओं को जाना

इंदौर. शहर में लगातार कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए प्रशासन ने टोटल लॉकडाउन के साथ और सख्ती कर दी है। मंगलवार को कलेक्टर मनीष सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के सर्वे और आरआरटी टीम की हाजिरी ली। इस दौरान उन्होंने स्टाफ की समस्याओं को जाना। कलेक्टर बोले- मुझसे जो चाहिए मैं दूंगा, लेकिन मुझे इस वक्त काम चाहिए, लापरवाही करने वाला कोई भी कर्मचारी बख्शा नहीं जाएगा। जो भी इस समय सेवाएं दे रहा है, वह चार से पांच घंटे से ज्यादा नहीं सो पा रहा है। यदि आप नाइट में भी हैं और रात 2 बजे भी घर जा रहे हैं तो मैं अपेक्षा करता हूं कि आप 10 बजे यहां आ जाएं तो आपको आना पड़ेगा और आना भी चाहिए। हम सभी वही कर रहे हैं। इस दौरान कलेक्टर ने धूप में खड़े होकर स्वास्थ्य कर्मियों से बात की। उन्होंने डॉ. रूपेश सोलंकी का नाम लेते हुए कहा कि उनके घर में गमी होने के बाद भी सेवाएं दे रहे हैं, इनके लिए ताली बजनी चाहिए। कलेक्टर ने कहा कि आप लोग यदि काम करोगे तो शहर में कई जानें बच जाएंगी। सही समय में मरीज को इलाज के लिए भेज दो, कुछ नहीं होगा- मरीज सात दिन में ठीक हो रहे हैं। इस दौरान उन्होंने मेडिकल टीम के दायित्व के बारे में भी वरिष्ठों से जानकारी ली।   


बीमारी छिपाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई
कमिश्नर आकाश त्रिपाठी ने चेतावनी देते हुए कहा कि जो भी लोग कोरोना के लक्षण या उसकी बीमारी को रहे हैं, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। यह उनके परिवार के साथ ही अन्य लोगों के भले के लिए भी होगा। यह बीमारी पूरी तरह से ठीक हो सकती है